करोड़ों की लागत से ससुर खदेरी नदी पर विलुप्त झील पर फिर से खुदाई कर चेक डैम बनाने की अतिमहत्वकांक्षी मनरेगा योजना कहीं पानी में ही न बह जाये! चौमास के पूर्व लगभग 38 किमी. वर्ग क्षेत्र में बनने वाले इस झील को अमली जामा पहनाने के लिए कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग को रोजाना लगभग चार हजार मजदूरों की आवश्यकता होगी जिसके लिए आस पास के बाईस ग्राम पंचायतों से मजदूर जुटाने की बात कहीं तो जा रही है किंतु इतने बड़े पैमाने पर श्रमिकों की संख्या लगभग नामुमकिन के करीब मानी जा रही है।